उत्तरप्रदेश में रोज़गार के लिए गोपालक योजना की शुरुआत
उत्तरप्रदेश में बेरोज़गार युवाओ के लिए सरकार ने गोपालक योजना को लागू किया गया है | इस योजना में डेयरी के द्वारा अपना रोज़गार शुरू करने के लिए सहायता की जाएगी | योजना के तहत रोज़गार के लिए बैंक से दो किस्तों में ऋण प्रदान की जाएगी | इस योजना में विभाग की ओर से 40 हजार रुपये प्रति वर्ष 5 वर्षो तक प्रदान किये जाएंगे |
उत्तरप्रदेश राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए सपा सरकार ने कामधेनु योजना शुरू की गई थी लेकिन कुछ कमियों के कारन यह योजना सामान्य किसान या पशुपालक तक न पहुंच कर, पूंजीपतियों तक समिति रह गई, इसीलिए भाजपा सरकार ने कामधेनु योजना को बंद कर गोपालक योजना शुरू कर दी गई है | इस योजना के तहत पशुपालक पांच या दस डेयरी खोल सकते है |
गोपालक योजना उत्तरप्रदेश :-
- इस योजना में 10-20 गाय रखने वाले पशुपालको को लाभ दिया जाएगा | योजना में सभी पशुपालको को लाभ दिया जाएगा व इसके तहत पशुपालक 5- 10 पशुओं की डेयरी खोल सकते हैं | इस योजना को दो चरणों में बाँटा गया है : पहले चरण में पांच और दूसरे चरण में पांच पशु खरीदने के लिए धनराशि दी जाएगी | योजना में पशुपालक को पशुओ के लिए शेड खुद तैयार कराना होगा |
- इस योजना में 10 पशुओं के हिसाब से 1.80 लाख की लागत से पशुशाला स्वयं बनानी होगी |
- पशुपालन विभाग आवेदन होने पर बैंक से पहले साल पांच पशुओं के लिए 3.60 लाख रुपये दिए जाएंगे |
- पशुपालक पांच पशु ही पालन चाहते हैं तो दूसरी किस्त नहीं मिलेगी, यदि वे और पशु पालन चाहते हैं तो 3.60 लाख रुपये की दूसरी किस्त बैंक से उपलब्ध कराई जाएगी |
- गोपालक योजना की कुल नौ लाख की लागत में 1.80 लाख रुपये पशुपालक को लगाने हैं |
- शेष 7.20 लाख रुपये की धनराशि पर बैंक 40 हजार रुपये प्रति वर्ष के हिसाब अनुदान देगा |
- पशुपालक केवल पांच पशु ही पालते हैं तो अनुदान की राशि 20 हजार रुपये प्रति वर्ष अनुदान दिया जाएगा यानी पांच पशु पालने पर एक लाख और 10 पशु पालने पर दो लाख रुपये अनुदान मिलेगा |
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