उत्तर प्रदेश अनुसूचित जनजाति सूची
बुक्सा,थारू,
माहगीर,
शोर्का,
खरवार,
थारू,
राजी,
जॉनसारी।
जाति व्यक्ति का जिस समाज में जन्म हुआ हो उसे कहते हैं। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, तेली, लोहार, कुर्मी. धोबी आदि कुछ भारतीय हिन्दू जातियाँ हैं। वैदिक समाज को श्रम विभाजन के निमित्त चार वर्णों में विभक्त किया गया था। ये चार वर्ण हैं : ब्राह्मण ,क्षत्रिय ,वैश्य एवं शूद्र। किन्तु कालान्तर में इससे लाखों जातियाँ बन गयीं। जाति के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव या पक्षपात करना जातिवाद कहलाता है।
आज हम आपको भारत में स्थित (Uttar Pradesh) उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जनजाति के बारे में बताने जा रहे है. अनुसूचित जनजाति शब्द सबसे पहले भारत के संविधान में इस्तेमाल हुआ था। अनुच्छेद 366 (25) में अनुसूचित जनजातियों को ऐसी जनजातियां या जनजाति समुदाय या इनमें सम्मिलित जनजाति समुदाय के भाग या समूहों को संविधान के प्रयोजनों हेतु अनुच्छेद 342 के अधीन अनुसूचित जनजातियां माना गया है|
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